अंध एवं दृष्टिवान ज्ञान



जो ज्ञान उपयोग में लाया जाता है 
वह अंधा होता है. 
जो अज्ञान को देखता रहता है वह ज्ञान, 
ज्ञान नही- 
दृष्टि ही है
-अरुण  

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