न तुम ग़लत न मै ……

न तुम भले न मैं भला, न तुम बुरे न मै.
अगर ग़लत है तो वह है ….
तेरे मेरे बीच ढले रिश्ते में..….
रिश्ता ढलता है समझ से और
समझ निर्भर है देखने के अंदाज पर
- अरुण


Comments

Popular posts from this blog

मै तो तनहा ही रहा ...

यूँ ही बाँहों में सम्हालो के