वह है देखनेवाला



या तो मन ही बचता
या उसे देखनेवाला,
जैसे ही देखनेवाला जागता है
देखने के लिए कुछ नहीं बचता
क्योंकि मन जा चुका होता है.
मन ही आता है, मन ही जाता है
जो हमेशा होता है,
वह है देखनेवाला
-अरुण    

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