स्वयं को उघाड़ो ईश को पाओ



बरसत एक साथ सम सबपर प्रकाश भी इक जैसा
परम ईश अस्तिव देवता न्याय करे इक जैसा
निर्भर तुझपर पटल तुम्हारे बंद, खुले, हैं कैसे?
पटल खुलों से भेटत खुलकर ईश खुदा इक जैसा
-अरुण   

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