आस्तिकता


 वो है- इसबात का पूरा पूरा और
गहरा एहसास ही आस्तिकता है
केवल वो है यह कहते रहना,
मेरा उसपर विश्वास है यह दुहराते रहना
या केवल उसके गुण गाना भी आस्तिकता है
पर बनावटी और कामचलाऊ
-अरुण  

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