तात्पर्य गीता अध्याय १६

सत्-स्वरूप को तत्व से जानत अहम हिराय/

अभय सहज फल चित्त में, मृत्यु से डर नाय //

काम क्रोध भय लोभ ही, पाप नरक के स्रोत /

आत्म-जागरण की स्थिति सब दोषों को खोत //

................................................ अरुण

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