भगवान सर्वव्याप्त सो निराकार

अगर भगवान कण कण में है

क्षण क्षण में है,

अगर अस्तित्व की हर प्रक्रिया ही

भगवान है

तो फिर उसका अपना क्या रूप और

आकार हो सकता है

निश्चित ही कोई नही

...................................... अरुण

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