अहंकार से अहंकार टकराये

अहंकार करता दुजा अपने मन पर घात

अगला कद ऊँचा करे हम खुद छोटे पात

.....

यदि सामनेवाला आदमी

हमारे सामने अहंकार से

भरा आचरण करता हो

और यह बात अगर हमें चुबती हो

तो यह स्पष्ट है कि

उसका आचरण हमारे अहंकार को

ठेस पहुँचा रहा है

सामने वाला खुद की स्तुति करे यह

हम सहन कैसे कर सकते हैं क्योंकि

वह जब अपना कद बढाता है

हमें हमारा कद छोटा होता मालूम पडता है

आपसी संबंधों की यह पेचीदगी

समझने जैसी है

................................. अरुण

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