‘निष्काम कर्म’ की भूमिका

बिना बोये फल नहीं मिलता यह सच है

और यह भी सच है कि -

बीज बोने पर फल मिलेगा ही

इसकी भी कोई निश्चिती नहीं है

इन दो सचों या तथ्यों का मिलाप ही है

यह निष्कर्ष कि -

कर्म करो पर फल कि आशा न रखो

................................................... अरुण

Comments

Udan Tashtari said…
सदविचारों का आभार.

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