आदमी

पशुत्व और भगवत्व के बीच
लटकी है आदमी की जात
पशुत्व से हटकर आदमी बनने के प्रयास में
कभी वह बना 'महापशु' तो कभी बना 'महाभगवान'
पर आदमी न बन सका
....................................... अरुण

Comments

वाह क्या बात कह दी
इंसान का इंसान बने रहना ही ठीक मगर कठिन भी ...!!

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