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Showing posts from September, 2009

कुछ शेर

चन्द ही लोग क्यों न हों अच्छे यहाँ भीड़ जुटाने के लिए काम आते नाम उनके जिंदगी प्यास जगाने ओ बुझाने का सफर कोई होगा? के जिसे प्यास का एहसास नही मर गया वो लौटकर आता नही पानी के बुलबुलों में रिश्ता मत जोड़ .................................................. अरुण

कुछ शेर

अपने कदम किधर हैं इसका पता नही अगला मुकाम क्या हो यह तय हो चुका तू राजे महब्बत की बातें न कर बातों से मुहब्बत नही की जाती एक किस्सा ढल चुका है जेहन में जिन्दगी की लिख रहा जो इक किताब .................................................. अरुण

कुछ शेर

दुनिया से मांग ली है ये अपनी गुलामी लोगों को कोसने का कारण नही हमें 'ये मेरा- नही, मेरा', दोनों झगड़ रहे आपस में बांटते है मगर 'मर्ज' बराबर ............................................... अरुण

कुछ शेर

अब तक तो माजी ही मेरा जिन्दा मै हूँ तो कहाँ हूँ, न ख़बर मुझको कब आदमी की आदमी से होगी मुलाकात अभी बस मिल रहे, आपसी तआरुफ़ बड़ा मुश्किल गुजरना आलमी रिश्तों की गलियों से कभी वे फूल होते तो कभी काटों से चुबते हैं ................................................................... अरुण

कुछ शेर

शायद यही वजह कि तडपता है -दिल तुम्हें पाने से पहले, तुम्हें पा चुका है दिल ये दर्द उठाया है दिली ख्वाहिश ने हमदर्द करे भी तो करे कैसा इलाज अपनी तस्बीर बनाई है दिल के कोने में दिनरात उसीसे करता बातें ............................................. अरुण

कुछ शेर

कोई बंदा- नही ऐसा- जिसे कोई- नही है डर अगर होगा तो उसकी साँस में जन्नत की खुशबू है ख़ुद से ही- देखता हूँ तमाशा जहान का ख़ुद को भी- देखता, जो जहां से जुदा नही टूटा जो कुदरत से रहा सहमा सहमा यही डर जो खुदा को ढूँढता है .................................................... अरुण

कुछ शेर

ख्याले उलझन को 'नजर' देखे तो अचानक सुलझ जाते हैं ख्याल तजुर्बे हो न हों, 'नजर' साफ हो ऐसों का दिल हुआ मासूम जिम्मेदारी ओ खतरों से भागनेवाले किसी 'दामन' को थाम लेते हैं ................................................ अरुण

कुछ शेर

दिमाग बनाता चीजें, भीतर बाहर जिंदगी उनसे उलझकर रह गई इस दुकाँ से उस दुकाँ तक आँख गुजरी बेखबर देख लेना अब जेहन में झाँककर सारा बजार प्यार तो प्यार, नही यार से जज्बाती जूनून एक मंजर ऐसा जिसमे सभी यार ही यार ................................................................ अरुण